View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2159 | Date: 21-Jun-19971997-06-211997-06-21मिलन की लगन लगाई दिल में और किनारा करके बैठ गएSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=milana-ki-lagana-lagai-dila-mem-aura-kinara-karake-baitha-gaeमिलन की लगन लगाई दिल में और किनारा करके बैठ गए,
अब कैसे हो मिलन हमारा प्रभु आपसे, कि हम ही आपसे दूर बैठ गए।
चाहत थी दिल में मिलन की, पर रूसवाई का हाथ थामे बैठ गए,
अब कैसे हासिल हो वह जिसे पाने के लिए हम मचलते रहे।
दिल में विशालता की जगह, गुण-दोष पर ध्यान अपना रखते गए,
था जो मुमकिन, उसे खुद ही नामुमकिन में बदलते गए।
चलना था हमें दो कदम, हम चले पर गलत राह पर चलते गए,
मिलन कि ज़गह से विमुख ही हम तो आगे बढ़ते गए।
छोड़ना था सबकुछ, भुलना था सबकुछ, पर सबकुछ बटोरते गए,
कैसे पाए मिलन की मज़ा कि जुदाई की तैयारी करते चले गए।
मिलन की लगन लगाई दिल में और किनारा करके बैठ गए