View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2342 | Date: 06-Dec-19971997-12-061997-12-06मुलाकात पर मुलाकात होती गई, मजा जीने का वह देती गई।Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=mulakata-para-mulakata-hoti-gai-maja-jine-ka-vaha-deti-gaiमुलाकात पर मुलाकात होती गई, मजा जीने का वह देती गई।
कभी भूला गई दर्द का एहसास, तो कभी घायल हमें करती गई।
हुई जब मुलाकात प्रभु आपसे, तो हमें बेपनाह खुशी मिल गई।
खुशी और खुशी में, कभी दर्द भरे नगमें भी, दिल में सजा गई।
कर गई बेचैनी कम हमारी या ज्यादा बेचैन हमें कर गई।
कहे नही सकते इस बात पर कुछ, कि हमें अपने हाल से बेखबर करके गई।
कभी दर्द की मिठास का एहसास मिला, तो कभी खुशी में झूमा गई।
पर हुई जब भी मुलाकात आपसे प्रभु, रूह हमारी चैन पाती रही।
मिला आराम दिल को थोड़ा ख्यालों को सच्ची दिशा मिलती गई।
और क्या कह हम कि हमारी खामोशी भी हमसे बातें करती गई।
मुलाकात पर मुलाकात होती गई, मजा जीने का वह देती गई।