View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4274 | Date: 13-Oct-20012001-10-132001-10-13ना जाने कैसा ये हम इजहारे प्यार करते हैंSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=na-jane-kaisa-ye-hama-ijahare-pyara-karate-haimना जाने कैसा ये हम इजहारे प्यार करते हैं,
जो हरे हमारे दिल के जख्म, उन्हें जख्म हजार देते हैं।
कैसा है ये हमारा प्यार जान के ना जान पाते हैं,
कुरबानी की राह को भूलकर, उम्मीदों की ओर आगे बढ़ते जाते हैं ।
झुकते हैं जब खुद, खुद के आगे आहें हजार भरते हैं,
हमें याद करने वाले फरियाद तुझे हर दम ये करते हैं,
जानकर ना जाने आखिर ऐसा किस कारण करते हैं ।
इच्छाओं की जंजीरों से खुद को हमेशा जकड़ के रखते हैं,
ना मिलने पर मुक्त अहसास, तुझे कोस देते हैं ।
कभी चाहकर, कभी ना चाहकर बस यही तो करते हैं ।
ना जाने कैसा ये हम इजहारे प्यार करते हैं