View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4849 | Date: 21-Sep-20192019-09-212019-09-21नवाजता है जिन्हें तू अपनी रहमत से, वो तेरी खिदमत करते हैंSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=navajata-hai-jinhem-tu-apani-rahamata-se-vo-teri-khidamata-karate-haimनवाजता है जिन्हें तू अपनी रहमत से, वो तेरी खिदमत करते हैं,
न कुछ करते हुए भी वो सबकुछ तो करते है ।
जर्रे जर्रे में दिले दिलबर का दीदार पाता है,
भूल के खुद को खुदा तुझ में खोया रहता है ।
तेरी दीवानगी का असर जिस किसी को होता है,
उसकी चाल और रंगत में तू समाया रहता है।
बेखुदी का आलम हरपल हरहाल में रहता है,
दिख जाए जिन्हें तू उसे फिर कुछ और कहाँ दिखता है ।
नवाजता है जिन्हें तू अपनी रहमत से, वो तेरी खिदमत करते हैं