View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 124 | Date: 22-Sep-19921992-09-221992-09-22प्रभु तेरी माया है अपरंपारSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=prabhu-teri-maya-hai-aparamparaप्रभु तेरी माया है अपरंपार,
न कोई तेरी माया से पार।
रास्ते की धूल को तूने बनाया कभी फूल,
तो कभी फूल को मिला दिया वापस धूल में।
न जान सका कोई तेरे नियमों को,
न जान सका कोई तेरे संकल्पों को।
कोई हुआ घर से बेघर, तो किसी को दिया रहने को घर।
किसी को दिये अनाज के गोदाम, तो किसी को एक दाना भी नहीं,
जान नहीं सकते प्रभु हम तुम्हारे इस छुपे हुए राज को।
प्रभु तेरी माया है अपरंपार