View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4179 | Date: 20-Jul-20012001-07-202001-07-20सबकी खबर तू रखता है, सबपर नज़र तू रखता हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=sabaki-khabara-tu-rakhata-hai-sabapara-najara-tu-rakhata-haiसबकी खबर तू रखता है, सबपर नज़र तू रखता है,
सबपर अपनी रहमों करम तू करता है,
सबके हाले दिल की तू अच्छी तरह से जानता है,
फिरभी ना जाने क्यों हम फिक्र सबकी करते रहते हैं ।
छोड़कर जो है करना, ना करने जैसा करते हैं,
क्यों किसीकी उलझन में हम, बिना सोचे खींचे जाते हैं ?
सब करते है खयाल अपना अपना, हम क्यों ये भूल जाते हैं ?
मुसीबतों को क्यों अपने दर पर हम बुला लेते हैं ?
छोड़कर तेरा स्मरण क्यों सबका सोचते रहते हैं ?
व्यर्थ में ही सुखचैन गँवा के तुझे परेशान ज्यादा करते हैं ।
सबकी खबर तू रखता है, सबपर नज़र तू रखता है