View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1324 | Date: 21-Jul-19951995-07-211995-07-21तू जो देता है उसे स्वीकार नही पाते हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=tu-jo-deta-hai-use-svikara-nahi-pate-haiतू जो देता है उसे स्वीकार नही पाते है,
तू जो कहता है वह कर हम नही पाते है,
फिर भी हम तुझसे सदा कुछ न कुछ माँगते रहते हैं ।
कहेगा जो तू हम करेंगे यह दावा करते रहते है,
करते आए है ऐसा हम ऐसा ही करते रहते है,
करके गुनाह इल्जाम तुझको देते रहते है,
ना कुछ जब कर पाते हैं, तब अपनी किस्मत पर रोते रहते है।
गिले-शिकवे जिंदगी से करने हम लग जाते है,
भूलकर अपनी गलती फरियाद तुझको करते रहते है,
क्यों नही सुनता तू हमारी बात बस यही कहते रहते है ।
तू जो देता है उसे स्वीकार नही पाते है