View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4174 | Date: 19-Jul-20012001-07-192001-07-19तू कब मुझसे दूर रहा, मैं ही तुझे दूर करता गयाSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=tu-kaba-mujase-dura-raha-maim-hi-tuje-dura-karata-gayaतू कब मुझसे दूर रहा, मैं ही तुझे दूर करता गया,
तू कब मजबूर रहा, मैं ही तुझे मजबूर बनाता गया,
तू कब खामोश रहा, मैं ही तुझे खामोश करता गया,
तू तो रहा सदा साथ मेरे, सदा पास मेरे,
समझकर खुदा कभी ये समझ ना पाया,
कभी दोस्त बनकर, कभी अजनबी बनकर, तू सदा पास रहा,
मेरे दिल में सदा रहा तू, मुझे अपने दिल में रखा ।
कभी हुआ जब मैं मायूस, तू आस बनकर पास आया,
हरपल हर जगह तू मेरा खयाल करता आया,
अहंकार में डूबा मैं जान के तुझको जान ना पाया ।
तू कब मुझसे दूर रहा, मैं ही तुझे दूर करता गया