View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4302 | Date: 27-Oct-20012001-10-272001-10-27तुझे परेशान करके पछताना, एक पुरानी आदत सी हो गई हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=tuje-pareshana-karake-pachhatana-eka-purani-adata-si-ho-gai-haiतुझे परेशान करके पछताना, एक पुरानी आदत सी हो गई है,
सारा गुस्सा तुझपर निकालकर फिर रोना, फितरत हमारी बन गई है ।
पता नहीं करते हैं ऐसा क्यों, पर करना ऐसा आदत हमारी ...
चाहतों को चाहना फिर रूठ कर मुँह मोड़ लेना,
हर साँस पर इरादे अपने बदलते जाना, ये आदत सी हो गई है ।
करते आये हैं जो जन्मों से उन्ही से पीछा छुड़ाना मुश्किल हो गया है,
या फिर यूँ कह लें कि संग रहने की एक आदत सी हो गई है,
मिले तो खुशी, ना मिलने पर गम, कारवाँ ये तो पुराना ।
तुझे परेशान करके पछताना, एक पुरानी आदत सी हो गई है