View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4141 | Date: 13-Jun-20012001-06-132001-06-13यादों में बसते-बसते कभी फरियादों की और चले जाते हैंSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=yadom-mem-basatebasate-kabhi-phariyadom-ki-aura-chale-jate-haimयादों में बसते-बसते कभी फरियादों की और चले जाते हैं,
भूले अगर तो फिर राह ही भटक जाते हैं,
इसलिये ऐ खुदा हम, सुन क्या करना चाहते हैं,
के ना याद करना चाहते हैं, ना भूलना चाहते हैं,
हम तो तुझमें पूर्ण रूप से घुल जाना चाहते हैं,
ना पास आना चाहते हैं, ना दूर जाना चाहते हैं,
हम तो ऐ खुदा तुझमें समाँ जाना चाहते हैं,
ना दीदार देना चाहते हैं, ना लेना चाहते हैं,
हम तो ऐ खुदा तुझमें एकरूप होना चाहते हैं,
के आखिर सारी चाहतों से भी नाता ना हम चाहते हैं ।
यादों में बसते-बसते कभी फरियादों की और चले जाते हैं