View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4162 | Date: 04-Jul-20012001-07-042001-07-04मेरे दिल में छुपे सैकड़ो भेद हैंSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=mere-dila-mem-chhupe-saikadao-bheda-haimमेरे दिल में छुपे सैकड़ो भेद हैं,
इसलिए बार बार खुदा तुझे कहना पड़ता है रुकावट के लिये खेद है ।
चलो ज्यादा ना सही, पर ये तो मुझे पता है तू अभेद है,
नहीं चाहता तू कभी कोई रुकावट, फिरभी आये जब रुकावट तो .....
खेद है तुझे मुझसे ज्यादा, क्योंकि चाहता नहीं तू कि मुझमें कोई भेद हो,
पास पास है फिरभी मिल नहीं पाते खुदा एक दुजे को कि रुकावट .....
चाहता हूँ जीवन में अपनी इच्छओं की विजय कदम कदम पर,
पर ना हो योग्य मेरे लिये अगर तो तू कह देता है रुकावट के लिये .....
मेरे दिल में छुपे सैकड़ो भेद हैं