View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4378 | Date: 05-Nov-20022002-11-052002-11-05सफलता तो हर दिल की चाहत हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=saphalata-to-hara-dila-ki-chahata-haiसफलता तो हर दिल की चाहत है,
पर जानना ये है कि सफलता के दिल में,
किस किस के लिये जगी चाहत है,
जगी चाहत अगर सफलता के दिल में किसी दिल के लिये,
उस दिल की फिर पूरी चाहत है,
अजी ये तो जश्ने इनायत है, .....(2)
कि जिसने सच्ची इबादत, उसपर करमें इनायत है,
खुदा चाहत को तेरी किसने जाना, किसे इतनी फुरसत है,
अपने ही सुर ताल से बंधी यहाँ सबकी सरगम है,
फिरभी सफलता चाहती यहाँ हर धडकन है ।
सफलता तो हर दिल की चाहत है