View Hymn (Bhajan)

Hymn No. 1825 | Date: 19-Oct-19961996-10-19ये हमारा दिल कितनी यादों में खोया-खोया रहता हैhttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=ye-hamara-dila-kitani-yadom-mem-khoyakhoya-rahata-haiये हमारा दिल कितनी यादों में खोया-खोया रहता है,

जगा भी पर सोया सोया सा रहता है|

एक नही, दो नही, अनंत यादें अपनेआप में समाए रहती है,

हमें तो हर वक्त नई सफर करवाता रहता है।

भूलकर याद कर सकता है, याद करके भूला सकता है,

हमें भी पुरा अंदाज नही इसका, कि ये क्या-क्या कर सकता है|

अगर थाने कुछ पाने की, तो फिर इसे कोई नही रोक सकता है,

ऐसा हमारा दिल, ना जाने क्यो लाचार सा रहता है|

दर-दर कि ठोकरें खाने के लिए, क्यों भटकता रहता है ?

पाना चाहता है खुदा को, पर ना जाने क्यों वह रूक-सा जाता है?

बाँध सकता है ये सबकुछ, पर खुद बँधा हुआ रहता है, ये ...

ये हमारा दिल कितनी यादों में खोया-खोया रहता है

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ये हमारा दिल कितनी यादों में खोया-खोया रहता है,

जगा भी पर सोया सोया सा रहता है|

एक नही, दो नही, अनंत यादें अपनेआप में समाए रहती है,

हमें तो हर वक्त नई सफर करवाता रहता है।

भूलकर याद कर सकता है, याद करके भूला सकता है,

हमें भी पुरा अंदाज नही इसका, कि ये क्या-क्या कर सकता है|

अगर थाने कुछ पाने की, तो फिर इसे कोई नही रोक सकता है,

ऐसा हमारा दिल, ना जाने क्यो लाचार सा रहता है|

दर-दर कि ठोकरें खाने के लिए, क्यों भटकता रहता है ?

पाना चाहता है खुदा को, पर ना जाने क्यों वह रूक-सा जाता है?

बाँध सकता है ये सबकुछ, पर खुद बँधा हुआ रहता है, ये ...



- संत श्री अल्पा माँ
Lyrics in English


yē hamārā dila kitanī yādōṁ mēṁ khōyā-khōyā rahatā hai,

jagā bhī para sōyā sōyā sā rahatā hai|

ēka nahī, dō nahī, anaṁta yādēṁ apanēāpa mēṁ samāē rahatī hai,

hamēṁ tō hara vakta naī saphara karavātā rahatā hai।

bhūlakara yāda kara sakatā hai, yāda karakē bhūlā sakatā hai,

hamēṁ bhī purā aṁdāja nahī isakā, ki yē kyā-kyā kara sakatā hai|

agara thānē kucha pānē kī, tō phira isē kōī nahī rōka sakatā hai,

aisā hamārā dila, nā jānē kyō lācāra sā rahatā hai|

dara-dara ki ṭhōkarēṁ khānē kē liē, kyōṁ bhaṭakatā rahatā hai ?

pānā cāhatā hai khudā kō, para nā jānē kyōṁ vaha rūka-sā jātā hai?

bām̐dha sakatā hai yē sabakucha, para khuda bam̐dhā huā rahatā hai, yē ...
Explanation in English Increase Font Decrease Font

Our hearts keep getting lost in so many memories.

Even while awake, it remains asleep.

Not one, not two, but infinite memories remain in itself.

It keeps on making new journeys all the time.

Can forget and remember. Can remember and forget.

We also have no idea what it can do.

If it is determined to get something, then no one can stop it.

Don't know why our heart remains helpless like this.

Why does it keep wandering to stumble on blocks.

Wants to get God but don’t know why it stops.

Can bind everything but it itself remains screwed