View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1644 | Date: 01-Aug-19961996-08-011996-08-01ना मत कहना मुझे, ना कभी रोकना मुझे, ना कभी टोकना मुझेSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=na-mata-kahana-muje-na-kabhi-rokana-muje-na-kabhi-tokana-mujeना मत कहना मुझे, ना कभी रोकना मुझे, ना कभी टोकना मुझे,
है वह आधार मेरा, है वह प्यार मेरा, अपने प्यार से दूर रहने को ना कहना मुझे।
रहना चाहूँ मैं पल-पल संग मेरे श्याम के, ना किसी और के संग रहने को कहना मुझे।
पाऊँ दीदार उसका तब मैं चैन पाऊँ, ना मेरे चैन को लूटना कभी,
चाहे ले लो सबकुछ पास है जो मेरे, करना हो जो भी हाल मेरा वह कर लो,
पर रहने दो मुझे हरपल संग अपने श्याम के, ना इसमें रोको मुझे।
मिला है जो जीवन, ये जीवन सार्थक करना है, ना इसमें रोको मुझे।
है दिल में, है वह मेरी धड़कन में, दिल को धड़कन से ना जुदा करो,
है वह सहारा मेरा, है वह गुजारा मेरा, ना इसमें कोई अवरोध बनो।
पहुँचना चाहता हूँ मैं अपने ठिकाने पर, ना गमुराह करो मुझे।
ना मत कहना मुझे, ना कभी रोकना मुझे, ना कभी टोकना मुझे